तुम आगे तो बढ़ो
कांटे मिलेंगे
पर सुख उससे ज्यादा ही मिलेगा
यकीन मानो क्योंकि
जिंदगी तुमसे रूठी नहीं है
वक्त थोड़ा ठहर गया है
तुम्हारे पग बढ़ाने के इंतजार में
सपने तुम्हारे सामने ही खड़े है
सिर्फ बढ़कर छूने की देरी है
अब क्या चाहते हो
छू भी मै ही दू
तब तो बैठें रहो
मेरे छूने के इंतजार में
मैं अभी व्यस्त हूं
मैं नहीं छूने वाला
कभी नहीं
बैठें रहो इंतेज़ार में
जिंदगी मिट जाएगी
छुवाने के ख़्वाब में
बैठें रहो
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